अभी कुछ दिनों पहले की ही बात है। शाम को किसी शादी की पार्टी में जाना था। सब लोग अपनी अपनी तैयारी में लगे हुए थे। राजन भी तैयार था जाने के लिए। शादी के लिए निकलने से पहले किसी के बारे में बातचीत हुई। इसी बातचीत के दौरान राजन को किसी ने बहुत ही गलत लहजे में कड़वी बात बोल दिया अपशब्द के साथ। ऐसा नहीं है की राजन सही ही था उसने किसी के मुंह से कुछ बात सुनी थी और वो समझ नहीं पा रहा था उस बात को और ये भी कह सकते हैं की उसको गलतफहमी हो गयी थी। इसलिए वो ये बात सामने रख रहा था। लेकिन किसी ने उसे बहुत गलत लहजे में और कड़वे शब्दों में जवाब दिया। वो कड़वे शब्द उसके दिल में चुभ गए। शादी में जाने की जो उत्सुकता थी और थोड़ी खुशी थी वो तकलीफ में बदल गयी। लेकिन शादी में तो जाना ही था। तो राजन भी सबके साथ लेकिन भारी मन से शादी में गया लेकिन रास्ते में भी उसे रह रह कर वो शब्द उसके मन में चुभते रहे। हालाँकि रास्ते में उसका मन बहला अलग अलग नज़ारे देखकर और अलग अलग बातें सुनकर और बोलकर। लेकिन वो कड़वे शब्द बार बार उसको याद आ रहे थे और उसके दिल में चुभ भी रहे थे। हालाँकि शादी के दौरान जब वो अलग अलग ...
सुनें 👇 यह मेरे कॉलेज के दिनों की एक घटना है जिसमे एक दिन मुझे कॉलेज से घर जाते समय एक लड़की दिखी। जानी पहचानी लगी। फिर याद आया की एक समय स्कूल के दिनों में वो मेरी ही क्लास में थी। तब वह काफी मोटी हुआ करती थी लेकिन अब काफी फिट है और खूबसूरत भी। इसके आगे जो कुछ भी हुआ उससे मुझे ये सबक मिला की भावनाओं में बहकर किसी के भी सामने और कहीं भी किसी के भी बारे में कुछ भी नहीं बोल देना चाहिए चाहे वो सच ही क्यों ना हो क्योंकि लोग हर बात को गहराई से समझने के बजाय ज्यादातर गलत मतलब ही निकालते हैं। हमेशा की तरह उस दिन भी मैं कॉलेज से निकला घर जाने की लिए अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए। वैसे तो मैं डायरेक्ट बस ना मिलने पर दूसरे स्टॉप तक पैदल ही जाता था। लेकिन उस दिन मैं ऑटो से जा रहा था। उस दिन आसमान में बदल छाये हुए थे और बारिस होने की भी संभावना थी। उस ऑटो में बैठे हुए अभी कुछ ही दूर पहुंचा होऊंगा की ऑटो वाले ने एक लड़की के सामने ऑटो रोक दिया जो की एक सिग्नल से थोड़ी दूर सड़क के किनारे खड़ी थी। शायद वो लड़की उसकी पहचान की रही होगी। वह ऑटोवाला उसे ऑटो में बैठने के लिए बोल रहा था लेकिन वो...