जब दिल दुःखता है
मन आजादी को तरसता है
आजादी का सही महत्व तभी समझ में आता है
कहीं दूर जाने का मन करता है
अपने काम का मालिक खुद क्यों होना चाहिए ये समझ में आता है
जब दिल दुखता है
अपने हालात से बगावत करने का मन करता है
जब दिल दुखता है
पुराने दिनों की याद आती है
पुराने जख्म ताज़े होने लगते हैं
खोये हुए सुनहरे अवसर के बारे में सोच कर मन पछताता है
जब दिल दुखता है
बचपन आँखों के सामने तैर जाता है
जब दिल दुखता है
अपने लिए और अपनी हर तरह की आज़ादी के लिए कुछ कर जाने का मन करता है
जब दिल दुखता है
खुद का क्या महत्व है और क्या महत्व होना चाहिए ये अहसास होता है
जब दिल दुखता है
जीवन की सच्चाई सामने आने लगती है
जब दिल दुखता है
खासकर रोजगार के दौरान
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