एकाउंटिंग की ज़रूरत क्यों होती है?
एकाउंटिंग की जरुरत होती है -
1. मुनाफ़ा या घाटा जानने के लिए - कोई भी कारोबार हो या संस्था चलाना हो उसमे पैसों का आना जाना लगा ही रहता है। यानि की उस कारोबार या संस्था को चलाने में पैसे आते भी हैं और खर्च भी होते हैं। एकाउंटिंग के कारण ही हमें पता चलता है की उस कारोबार या संस्था को चलाने में कितना फायदा हो रहा है और कितना घाटा हो रहा है।
2. टैक्स भरने के लिए - कोई भी कारोबार या संस्था यदि हम चला रहे हैं तो ये सिर्फ फायदे और नुकसान तक ही सिमित नहीं होता है बल्कि उसमें से सरकार को टैक्स भी देना पड़ता है। उसके लिए हमे जरुरत होती है एकाउंटिंग की ताकि सही से हिसाब किताब रखा जा सके और सही डाटा और प्रूफ दिखाया जा सके।
3.भविष्य की योजना बनाने के लिए - किसी भी कारोबार या संस्था को चलाने के लिए और आगे बढ़ाने के लिए ये जानना बहुत ही जरुरी होता है की कहाँ खर्च ज्यादा हो रहा है और कहाँ ज्यादा कमाई व फायदा हो रहा है। एकाउंटिंग की मदद से ही ये सब समझा जा सकता है और भविष्य में उस कारोबार या संस्था को आगे बढ़ाने में अच्छी योजना बनायी जा सकती है।
4.धोखाधड़ी और ग़लतियों से बचने के लिए - अगर आप कोई भी काम कर रहे हो जैसे की कोई दुकान चला रहे हो , कोई बड़ा कारोबार कर रहे हों या कोई भी छोटी या बड़ी संस्था चला रहे हों। अगर आप रोज का हिसाब किताब रखते हैं तो छोटी बड़ी गलतियां जल्दी से पकड़ में आ जाती हैं। इसके कारण कोई कर्मचारी या पार्टनर धोखा नहीं कर सकता है।
5.निवेशक और बैंक को रिपोर्ट देने के लिए - अक्सर कोई कारोबार चलाने के लिए लोन लेने की और निवेशक से पैसे लेने की जरुरत पड़ती है। इसके लिए उन्हें उस कारोबार की फाइनेंशियल रिपोर्ट दिखानी पड़ती है जो की एकाउंटिंग के जरिये आसानी से हो सकता है।
अगर आसान और सीधे शब्दों में कहा जाये तो एकाउंटिंग किसी भी कारोबार का वो आइना है जिसमें अपनी आर्थिक स्तिथि साफ़ दिखाई देती है।
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