एकाउंटिंग क्या है ?
एकाउंटिंग(अंग्रेजी शब्द) का मतलब होता है लेखा-जोखा (हिंदी में) . चलिए ये तो समझ में आ गया की एकाउंटिंग एक अंग्रेजी शब्द है और हिंदी में इसका मतलब होता है लेखा-जोखा। लेकिन ये लेखा-जोखा किसका होता है। ये लेखा-जोखा होता है रुपए-पैसों का।
कोई भी व्यापार हो , संस्था हो चाहे बहुत बड़े हो या छोटे हों सबको चलाने के लिए जो सबसे जरुरी चीज़ है वो है पैसा। चाहे किसी व्यापार या संस्था को चलाने के लिए जरुरी चीज़ों का इंतेज़ाम करना हो,जैसे की जगह जिसको खरीदना भी पड़ सकता है या फिर समय समय पर किराया भी देना पड़ सकता है। काम करने वाले आदमी जिनको पगार के रूप में पैसा देना पड़ता है। ऐसे ही लगभग हर चीज़ के लिए पैसे का इंतेज़ाम होना चाहिए।

वो कहावत भी तो है जो की बिलकुल सही है की पैसा भगवान नहीं है लेकिन भगवान से कम भी नहीं है। जाहिर सी बात है की जब पैसा इतना जरुरी है तो ये पैसा कहाँ से आ रहा है ,कितना आ रहा है, कहाँ कितना खर्च हो रहा है ,कितना खर्च होना चाहिए ,कितना बच रहा है और कितना बचाया जा सकता है ,सही से कहाँ खर्च होना चाहिए ,कहाँ कहाँ फालतू खर्च हो रहा है इत्यादि जानकारी होना और रिकॉर्ड रखना बहुत जरुरी है।
कोई भी व्यापार हो या संस्था हो उसके पैसे से जुड़ी सभी तरह की लेन-देन की जानकारी को सही तरीके से और व्यवस्थित करके लिखना और उसका हिसाब रखना ताकि बाद में पता चल सके कि कितना पैसा आया, कितना गया और कितना बचत या घाटा हुआ। इस प्रक्रिया को ही एकाउंटिंग या लेखा-जोखा कहते हैं।
अगर एक लाइन और आसान भाषा में कहा जाये तो पैसों का रिकॉर्ड रखना और हिसाब करना एकाउंटिंग कहलाता है।
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